
भारत की पूर्वोत्तर धरती ने एक बार फिर इतिहास रचा है। अरुणाचल प्रदेश की हिलांग याजिक ने 15वीं साउथ एशियन बॉडीबिल्डिंग एंड फिजीक स्पोर्ट्स चैंपियनशिप 2025 में भारत के लिए एक गोल्ड और एक सिल्वर मेडल जीतकर सबका सीना 56 इंच (या उससे ज़्यादा) चौड़ा कर दिया है!
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किरेन रिजिजू ने दी बधाई, ट्विटर पर मचाया “मसल मेलोड्रामा”
देश के संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू ने इस उपलब्धि को अपने X अकाउंट पर साझा करते हुए लिखा:
“मुझे बेहद ख़ुशी है कि अरुणाचल की मिस हिलांग याजिक ने भूटान के थिम्फू में भारत का नाम रोशन किया है। दिल से बधाई!”
रिजिजू जी की बधाई पढ़कर तो ऐसा लगा मानो फिटनेस मंत्रालय की भी स्थापना होनी चाहिए — मंत्री भी तैयार हैं, खिलाड़ी भी।
मेहनत का मांसपेशीय नतीजा
हिलांग ने इंस्टाग्राम पर लिखा:
“पिछले साल हार का स्वाद चखा, इस साल जीत का प्रोटीन शेक पीया। मैंने हार नहीं मानी, 110% मेहनत की और मेडल पाया।”
अब बोलिए — ‘हार्ड वर्क का असली हेवीवेट वर्जन यही है!’
हिलांग की जीत में छुपा संदेश: सपनों को ‘डेडलिफ्ट’ करो!
यह सिर्फ एक व्यक्तिगत जीत नहीं है, बल्कि उन सभी युवाओं के लिए प्रेरणा है जो संघर्ष से हार मानने वाले नहीं हैं। हिलांग याजिक ने दिखा दिया कि मेहनत और समर्पण से बॉडी भी बनती है और देश भी चमकता है।
अगर थिम्फू में कोई उठा तो वो सिर्फ डंबल्स नहीं, भारत का गौरव भी उठा। अब देखना यह है कि क्या भविष्य में हिलांग ओलंपिक मंच पर भी इसी अंदाज़ में Muscle-mania फैलाएंगी?
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